यात्रा के लिए ज़रूरी बातें


अमरनाथ यात्रा 2020 के बारे में मुख्य बातें: नीरज राठी

यात्रा के लिए मुख्य बातें:
श्री अमरनाथ जी की यात्रा दो मार्ग पहलगाम और बालटाल के रास्ते की जा सकती है। पहलगाम मार्ग से यात्रा करने पर श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा की दूरी 32 किमी है जबकि बालटाल मार्ग के रास्ते गुफा की दूरी 14 किमी है। 



  यात्रियों के लिए अहम निर्देशः ये रजिस्ट्रेशन के समय ही तय करने लें कि आपको पहलगाम चंदनबाड़ी के रास्ते से जाना है या फिर बालटाल से। जिस रास्ते से रजिस्ट्रेशन होगा उसी से जाने का इजाजत भी होगी और ये दोनों ही रास्ते एक दूसरे से काफी दूर है। एक बार आप रास्ते पर पहुंच गए तो वहां से दूसरी जगह जाने के लिए काफी परेशानी होगी। अपने साथ ऊनी कपड़े, एक छोटी यछतरी, विन्डचीटर लेकर चलें बरसाती, बरसाती जूते, जैकेट, ऊनी जुराबें इत्यादि रखें। अपनी जेब में पहचान पत्र के साथ एक पर्ची रखें जिसमें आप का नाम, पता, मोबाइल नम्बर लिखा हो तथा साथ में यात्रा पर्ची भी रखें। हमेशा अपने सहयोगी साथियों के साथ ही चलें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में निकटतम कैम्प डायरेक्टर, पुलिस कंट्रोल रूम अथवा संवोदन केंद्र से सर्म्पक करें।
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पलगाम के रास्ते यात्रा: पहलगाम के रास्ते जाने पर यात्रा पहले चंदनवाड़ी पहुंचते हैं। चंदनवाड़ी में कंट्रोल गेट सुबह 5 बजे से 11 बजे तक ही खुले रहेंगें। इसके बाद किसी भी यात्री को यात्रा की अनुमति नही दी जायगी। यात्रा मार्ग पर अन्य प्रदेषो की केवल पोस्टपेड सिम ही काम करते हैं। इसलिए अपने साथ पोस्टपेड सिम रखें। बालटाल व पहलगाम बेस कैंप से लेना सुनिष्चित करें। किसी भी अन्य राज्य के प्रीपेड सिम जम्मू कष्मीर तथा यात्रा यात्रा क्षेत्र में निषुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध है। महिलाओं के लिएः साड़ी के बजाय सलवार-कमीज़, ट्रैक सूट आदि आरामदेह रहेगें। 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं के लिए यात्रा वर्जित रहेगी। कृप्या नंगे पाँव, खाली पेट तथा बिना ऊनी कपड़ों के यात्रा बिल्कुल न करें। रास्ते की कठोर प्रकृति को देखते हुए 13 वर्श से कम के बच्चे एवं 75 वर्श से अधिक के बुजुर्ग के लिए यात्रा वर्जित रहेगी। मार्ग में छोटे रास्ते के प्रयोग की कोशिश न करें, ऐसा करना खतरनाक हो सकता है और ऐसे स्थानों पर न रूकें जहां चेतावनी के चिन्ह लगे हों। पवित्र गुफा में दर्षन के दौरान कृप्या पुश्प, सिक्के, चुन्नी, लोटा अथवा अन्य वस्तुयें पवित्र षिवलिंग की तरफ न फेंके तथा पवित्र मन से दर्षन का आनन्द लें। यात्रा के दौरान अधिक ऊँचाई होने के कारण चक्कर आने पर या सीने में दर्द की शिकायत होने पर फौरन डॉक्टरों की सलाह लें। इस जगह पर ऐसा होने आम बात है। ऐसी स्थिति में जितना जल्दी हो गुफा से दर्शन कर यात्रा से लौटने की कोशिश करें।


पूरे यात्रा मार्ग में हर 2 कि. मी. के अंतराल पर चिकित्सा/ स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध हैं। यात्रा से कम से कम एक महीने पहले प्रातः/सायं प्रतिदिन 4-5 किलोमीटर सैर करें। लंबे सांस की प्रक्रिया करना बेहतर रहेगा। बिना अनिवार्य चिकित्सा प्रमाण पत्र के यात्रा न करें तथा यात्रा आरम्भ करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्ष अवष्य कर लें। अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुंरत कम ऊँचाई वाले स्थान पर चले जायें। पूरे यात्रा मार्ग में षराब, मांस, तम्बाकू, सिगरेट इत्यादि का सेवन न करें। कृप्या रात्रि में पवित्र गुफा क्षेत्र में न रहें क्योंकि रात में तापमान में भारी गिरावट आ सकती है।
यात्रा पर जाने से पहले थोड़ा भागदौड़ भी करनी पड़ी। भागदौड़ इसलिए क्योंकि यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्राइन बोर्ड ने हेल्थ सर्टिफिकेट ज़रूरी कर दिया था। हेल्थ चेकअप के बाद ही बैंक में पंजीकरण करवाया जा सकता है। हेल्थ सर्टिफिकेट के लिए भी श्राइन बोर्ड की तरफ से ही अस्पताल निर्धारित किए जाते हैं। उन्हीं अस्पतालों से हेल्थ सर्टिफिकेट लेकर बैंक में पंजीकरण कराया जा सकता है।

 

1 टिप्पणी:

  1. अगर आप श्री अमरनाथ जीं की 2020 में होने जानरही यात्रा करना चाहते हैं तो फिलहाल आपको जानकारी दे दें कि यात्रा कैंसिल नहीं हुई है। मगर लॉकडाउन की वजह से यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर अभी के लिए रोक लगी हुई है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

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